Thursday, 4 July 2013

॥यमुना के तट पर गौवें चराकर॥


आओ आओ यशोदा के लाल
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आओ आओ यशोदा के लाल .
आज मोहे दरशन से कर दो निहाल .
आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल ..

नैया हमारी भंवर मे फंसी .
कब से अड़ी उबारो हरि .
कहते हैं दीनों के तुम हो दयाल .
आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल ..


अब तो सुन लो पुकार मेरे जीवन आधार .
भवसागर है अति विशाल .
लाखों को तारा है तुमने गोपाल 
आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल ..

यमुना के तट पर गौवें चराकर .
छीन लिया मेरा मन मुरली बजाकर .
हृदय हमारे बसो नन्दलाल 
आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल

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