
नौका खेवत गिरधर लाल,
ललित राधिके संग रसिक रसाल
ललिता,विसाखा,चंदावली
गावत सुमधुर स्वर में दे दे ताल
वृषभान किशोरी कनक बेलि
सम ठाड़े ठाकुर स्याम तमाल
श्री यमुना की सुर लहरी,
श्री वृन्दावनतट महारास विशाल
नाचत प्रमुदित रसभरे गोपीजन,
लेत बलैय्याँ होत निहाल
'स्यामदास' के प्रभुन बिहारीजी
अलसाए नैन रगमगे गाल
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